tag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post5531755776219910689..comments2024-02-11T13:55:34.165+05:30Comments on बेचैन आत्मा: रोटी और नींददेवेन्द्र पाण्डेयhttp://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-7183308102776481122020-05-11T15:25:21.196+05:302020-05-11T15:25:21.196+05:30बेहद अफ़सोसजनक हादसा, श्रमिकों का पलायन रुकने को न...बेहद अफ़सोसजनक हादसा, श्रमिकों का पलायन रुकने को नहीं आ रहा है, कोई पैदल, कोई ऑटो से कोई बस से जा रहा है, किसी भी आपदा का शिकार सबसे अधिक श्रमिक वर्ग ही होता है.जो सड़कें बनाते हैं, रेल की पटरियां बिछाते हैं, फैक्ट्रियों में काम करते हैं, ताकि हम जैसे लोग आराम का जीवन जी सकें उनके जीवन पर आ बनी है आज. Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.com