tag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post5598176894391768136..comments2024-02-11T13:55:34.165+05:30Comments on बेचैन आत्मा: ठंडे गधेदेवेन्द्र पाण्डेयhttp://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comBlogger41125tag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-32188630995732491852013-09-10T17:57:56.603+05:302013-09-10T17:57:56.603+05:30भाई ज्ञानी लोग ठंडे ही होते हैं. हल हाल में एक समा...भाई ज्ञानी लोग ठंडे ही होते हैं. हल हाल में एक समान, बोले तो स्थितिप्रज्ञ. कृशन चंदर जी पहले ही बता गए हैं गधे ज्ञानी होते हैं. कम से कम उनके वाले तो थे. इष्ट देव सांकृत्यायनhttps://www.blogger.com/profile/06412773574863134437noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-40332763728250921072012-09-28T08:07:25.684+05:302012-09-28T08:07:25.684+05:30अच्छा! तs गधवा कs फोटू पहिचान के बुद्धिमान हो गइला...अच्छा! तs गधवा कs फोटू पहिचान के बुद्धिमान हो गइला?:)देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-24086518416592616202012-09-28T00:56:58.889+05:302012-09-28T00:56:58.889+05:30का हो मर्दे ! खच्चरवा के फुटुवा छाप के कहत हउआ के ...का हो मर्दे ! खच्चरवा के फुटुवा छाप के कहत हउआ के गधा हौ। हमरा के गधा बनावत हउआ का? बाकी बाजरा के खेतवा में राउर फुटुवा बड़ नीमन हौ। बस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरनाhttps://www.blogger.com/profile/11751508655295186269noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-39582353158899508832012-09-28T00:51:52.344+05:302012-09-28T00:51:52.344+05:30ॐ गधाय नमः ! ॐ गधेश्वराय नमः!! अहा क्या आनन्द है ....ॐ गधाय नमः ! ॐ गधेश्वराय नमः!! अहा क्या आनन्द है ...सम्पूर्ण वातावरण गधामय हो गया है। पूरे देश में गधात्व गुण व्याप्त हो गया है। गधात्व मेरे गधे का, जित देखूँ तित गधा। गधे निरखि दुःख मत करो, है सब पर भारी गधा॥ बस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरनाhttps://www.blogger.com/profile/11751508655295186269noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-30250094134368124242012-09-25T01:11:33.156+05:302012-09-25T01:11:33.156+05:30ठन्डे है इसीलिये गधे कहलाते है,अगर गर्म होते तो क्...ठन्डे है इसीलिये गधे कहलाते है,अगर गर्म होते तो क्या हम,,,,,,<br /><br />RECENT POST <a href="http://dheerendra11.blogspot.in/2012/09/blog-post_4073.html#comment-form" rel="nofollow"> समय ठहर उस क्षण,है जाता,</a>धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-19379455285850292002012-09-24T14:42:16.941+05:302012-09-24T14:42:16.941+05:30बिलकुल सही कहा आपने गधे के जीवाणु आप में ही नहीं स...बिलकुल सही कहा आपने गधे के जीवाणु आप में ही नहीं सभी मनुष्यों में विकसित हो रहे हैं......गधा ठंडा है या नहीं ये तो नहीं कहा जा सकता वो बेवकूफ हरगिज़ नहीं होता जैसा कि 'गधे' का आमतौर पर मतलब निकला जाता है वो उच्च कोटि का चिन्तक होता है जो समाज व आस पास होते घटनाक्रम के प्रति उदासीन हो जाता है और जो भी हो रहा है उसे नियति का निर्णय मान कर चुपचाप अपना लेता है......ठीक ऐसे ही आज के समय में मनुष्य कि खास कर हमारे मुल्क में लोगो की हालत है.....तो आखिर हम सब में वो जीवाणु बहुत तेज़ी से बढ़ रहे हैं ।<br /><br />बहुत ही सटीक व सुन्दर लिखा हुआ व्यंग्य......शानदार।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-22762990462747176552012-09-24T13:36:29.566+05:302012-09-24T13:36:29.566+05:30शुक्र है कि वे लड़ नहीं रहे थे कि मैं ही राजा .. अ...शुक्र है कि वे लड़ नहीं रहे थे कि मैं ही राजा .. अपनी इज्जत बचा कर.. Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-55892457651768454962012-09-24T10:36:30.976+05:302012-09-24T10:36:30.976+05:30बहुत मजा आया,बहुत सुन्दर ब्यंग.आजकल जिसे देखो,जिस ...बहुत मजा आया,बहुत सुन्दर ब्यंग.आजकल जिसे देखो,जिस किसी से भी बोलो,बहुत ठंडा लगता है-आपके ठन्डे गधों की तरह.मैं खुद भी यैसा ही हो गया हूँ.prem ballabh pandeyhttps://www.blogger.com/profile/16202190259689692899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-40124756487740019062012-09-24T07:52:17.588+05:302012-09-24T07:52:17.588+05:30सच में ! अब तो बम फूटने की घटनाएँ भी आक्रोशित/वि...सच में ! अब तो बम फूटने की घटनाएँ भी आक्रोशित/विचलित नहीं करती . इतना पका दिया गया है इस बेचारी जनता को !!वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-73818240683256421272012-09-23T23:22:12.705+05:302012-09-23T23:22:12.705+05:30बस गर्धभ राज प्रसंग पे एक आप बीती और सुन लीजिए .हम...बस गर्धभ राज प्रसंग पे एक आप बीती और सुन लीजिए .हमारे एक मुंह बोले दादा हैं प्रोफ़ेसर शशि कान्त जी श्रीवास्तव.रोहतक सेक्टर १४ में हमारे पडोसी थे .बात २००४ की है .हमारी सर्जरी हुई .लम्बर स्पाइन की एक डिश्क (शायद एल -४ .एल ५ के बीच का छल्ला ,वाशर )सर्जन ने काट के फैंक दी .हमें बताया गया सर्जरी घोड़ा बनाके की गई (होर्स पोजीशन ),हमने जब यह बात शशि दा को बताई ,अपनी सहज मुद्रा में बोले होंठों में स्मित दबाए -गधे को घोड़ा कैसे बना दिया सर्जन आर की गुप्ता ने ?<br /><br />तो साहब गधे का मायावी संसार बहुत व्यापक है .अपार संभावनाएं हैं गधे और गर्धत्व में . virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-84971746562928330512012-09-23T23:15:55.298+05:302012-09-23T23:15:55.298+05:30भाई साहब एक किताब "गधा पचीसी" भी लिखी गई...भाई साहब एक किताब "गधा पचीसी" भी लिखी गई और "ग'र्दभ पुराण"/बा -तर्ज़ लालू पुराण /लालू चालीसा भी .बैशाख नंदन अब कहावतों तक सीमित नहीं हैं ,विस्तारित हैं इनकी सेवाएं. .<br />दुलत्ती झाड़ना कोई इनसे सीखे .कोई बे- सुरा/बे -ताला हो गाता हो, . और उसे गाने के लिए कहो तो कहता है -एक शर्त है पूरा गाना गाऊँगा .जो भी गधे(मेरे जात बिरादर,मेरी आवाज़ सुनके आयेंगे ,उन्हें भगाने नहीं दूंगा ),गधा कहीं का गधे का बच्चा किसी को कहना इस जीव का सरासर अपमान है .एक बार इसे बोझे से लाद कर रवाना कर दो ,बारहा आयेगा ,बिना प्रोटेस्ट ,जब तक काम पूरा नहीं होगा इसे दो -बारा समझाना नहीं पड़ता . कर्मठ ऐसे जीव को शतश :नमन .जै बैशाख नंदन .<br /><br />लोक मानस में इसी लिए गधा रचा बसा है -कहा जाता है बेवकूफों के कोई सींग नहीं होते .ऐसी हरकतें करेगा बेटा तो ऐसे जाएगा जैसे गधे के सिर से सींग .<br /><br />मतलब के लिए भाई साहब गधे को भी बाप बनाना पड़ता है .""मम्मी जी "(इसे सोनिया जीपढ़ें ) तो इससे बहुत आगे निकल गईं हैं .<br /><br /><br /><br />निर्मूक प्राणि है गधा .<br />होली पर महा -मूर्ख सम्मलेन आयोजित किया जाता है -महा -मूर्ख को गधे पे बिठाकर उसकी सवारी निकाली जाती है .यह गधे का सरासर अपमान है .<br /><br />एक बेमतलब का चुटकुला चलाया हुआ है ,ड्राइवर को सिखाया जाता है भैंस एक बार सड़क क्रोस करना शुरु कर दे ,पूरा करती है ,बच्चा डर के दौड़ लगाता है दूसरी पार जाने को ,गाय और स्त्री खड़ी रहती है सड़क क्रोस ही नहीं करती है बे -मौक़ा ,रुक जाती है. लेकिन कोई गधा बीच सड़क पे खड़ा हो ,तो गाडी रोक के उससे पूछ लो -भाई साहब किधर जाना है .<br /><br />ये सब बे -सिर पैर की बातें हैं इस दौर में होर्स पावर की जगह अब शक्ति के मापक के रूप में गर्दभ -ऊर्जा /गर्दभ -शक्ति को पावर मापने का पैमाना बनाना चाहिए .निजी सेक्टर में १० -१२ घंटा लगातार काम करने वाले को क्या आप गधा कहने की अभी भी हिमाकत करेंगे ?<br /><br />काल सेंटर वालो को कम्पू कूली कहेंगे ?virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-5154183813361759542012-09-23T22:54:05.017+05:302012-09-23T22:54:05.017+05:30बापू ने तीन बन्दर ठन्डे सुझाए थे, आपने तीन गधे ठन...बापू ने तीन बन्दर ठन्डे सुझाए थे, आपने तीन गधे ठन्डे बता दिए| हमने बापू की भी मान ली थी और अब आप की भी मान लेते हैं| <br />वैसे गधे ठन्डे ही अच्छे होंगे:)संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-59240064598177245482012-09-23T21:14:04.879+05:302012-09-23T21:14:04.879+05:30gadhe bhi original rahte to kuch to bhojh halka ka...gadhe bhi original rahte to kuch to bhojh halka karte ......kisi kam ke nahi hain ye gadhe bhi.....Dr.NISHA MAHARANAhttps://www.blogger.com/profile/16006676794344187761noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-90705014401648959102012-09-23T20:38:22.027+05:302012-09-23T20:38:22.027+05:30महंगाई, भ्रष्टाचार, और सरकारी महकमों की स्वेदनहीनत...महंगाई, भ्रष्टाचार, और सरकारी महकमों की स्वेदनहीनता के कारण बेचारे न घर के रहे न घाट के इसलिए ठंडे से बीच सड़क पड़े हैं, जि कभी बैसाख नंदन हुआ करते थे।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-42718614516733110432012-09-23T19:32:51.000+05:302012-09-23T19:32:51.000+05:30भारत में यह एक सहज जैविक उत्परिवर्तन और जीनीय (जीव...भारत में यह एक सहज जैविक उत्परिवर्तन और जीनीय (जीवन खंडों ) में आये बदलाव का नतीजा है -<br /><br />इधर भी गधें हैं ,<br /><br />उधर भी गधें हैं ,<br /><br />जिधर देखता हूँ ,<br /><br />गधे ही गधें हैं .<br /><br />गत ६५ सालों का यही हासिल है .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-15541982402902275332012-09-23T19:22:05.904+05:302012-09-23T19:22:05.904+05:30भाई साहब !उन जुडवा आलेखों को जिनके शरीर आपस में ज...भाई साहब !उन जुडवा आलेखों को जिनके शरीर आपस में जुड़े हुए थे ,सर्जरी करके अलग कर दिया गया है आइन्दा ध्यान रखा जाएगा "राम राम भाई "पर सियामीज़ ट्विन्स "पैदा न हों .शुक्रिया आपका .ब्लॉग टेम्पलेट भी सुधारा जाएगा .आप सभी दोस्तों मेहरबानों का शुक्रिया .<br /><br />नेहा एवं आदर से <br /><br />वीरू भाई .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-37550149756097253362012-09-23T16:53:38.712+05:302012-09-23T16:53:38.712+05:30तीन में तेरह की संभावना तो हमेशा बनी रहती है।:)तीन में तेरह की संभावना तो हमेशा बनी रहती है।:)देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-58732362325488915972012-09-23T16:52:32.817+05:302012-09-23T16:52:32.817+05:30:) धन्यवाद।:) धन्यवाद।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-42467185310364131142012-09-23T16:16:41.702+05:302012-09-23T16:16:41.702+05:30बहुत मजा आया पढ़ कर |आपके प्रश्न बहुत अच्छे हैं उत्...बहुत मजा आया पढ़ कर |आपके प्रश्न बहुत अच्छे हैं उत्तर मिल जाए तो बताइयेगा जरूर |<br />आशा Asha Lata Saxenahttps://www.blogger.com/profile/16407569651427462917noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-84511514003674783212012-09-23T14:48:13.507+05:302012-09-23T14:48:13.507+05:30शायद तीनों एक ही फेमिलि से होंगे ... ठन्डे हो गए य...शायद तीनों एक ही फेमिलि से होंगे ... ठन्डे हो गए या ठन्डे ही थे ....<br />कटु धार है व्यंग की ... पर हम भी ठन्डे हैं ... उठेंगे नहीं ... जागेंगे नहीं ... दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-52546731516867521062012-09-23T14:20:45.702+05:302012-09-23T14:20:45.702+05:30हां -हा-हा बस तीन ही दिखे ? यहाँ तो भरमार है भाई ...हां -हा-हा बस तीन ही दिखे ? यहाँ तो भरमार है भाई साहब :) पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-1645647116069099792012-09-23T14:11:32.516+05:302012-09-23T14:11:32.516+05:30....हम तो गरमवाले हैं जी :-) ....हम तो गरमवाले हैं जी :-) संतोष त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00663828204965018683noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-27994910516078550122012-09-23T14:10:04.452+05:302012-09-23T14:10:04.452+05:30वाह! मैने यह कविता नहीं पढ़ी। कृष्ण चंदर की 'ए...वाह! मैने यह कविता नहीं पढ़ी। कृष्ण चंदर की 'एक गधे की आत्म कथा' पढ़ी है। वह गधा खोलता तो जवाहर लाल नेहरू के समय के राज लेकिन आनंद आज भी आता है। अब वैसे गधे दिखते नहीं हैं।:)देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-89761537923032612092012-09-23T14:00:31.212+05:302012-09-23T14:00:31.212+05:30स्वर्गीय ॐ प्रकाश आदित्य जी की कविता याद आ गई --
...स्वर्गीय ॐ प्रकाश आदित्य जी की कविता याद आ गई --<br /><br />यहाँ भी गधे हैं , वहां भी गधे हैं <br />जहाँ भी देखिये , गधे ही गधे हैं . <br /><br />यहाँ जो खड़े हैं , वे ठंडे गधे हैं <br />जहाँ में वर्ना , गर्म भरे पड़े हैं . <br />डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-39474683261038200882012-09-23T13:57:19.157+05:302012-09-23T13:57:19.157+05:30धन्यवाद आपका।धन्यवाद आपका।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.com