tag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post8143583065839849365..comments2024-02-11T13:55:34.165+05:30Comments on बेचैन आत्मा: चश्मादेवेन्द्र पाण्डेयhttp://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comBlogger34125tag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-77092712444632018452013-02-04T16:26:03.455+05:302013-02-04T16:26:03.455+05:30प्रभावी ... सटीक प्रहार है समाज के विभिन्न पहलुओं ...प्रभावी ... सटीक प्रहार है समाज के विभिन्न पहलुओं पर ... अलग श्रेणी की रचना है ये ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-31449982643286052512013-01-30T19:29:36.715+05:302013-01-30T19:29:36.715+05:30चश्मा बहुत सालों से लगा रहा हूँ.. पढते थे कि दूर क...चश्मा बहुत सालों से लगा रहा हूँ.. पढते थे कि दूर का चश्मा और नज़दीक का चश्मा होता है.. लेकिन कभी ऐसा चश्मा नहीं मिला जो दूर और नज़दीक का ना होकर दूरियों को मिटाकर नज़दीकियों में बदलने सा हो!! आपने जितने भी चश्में गिनाए सच में उतने ही चश्मे हैं समाज में.. मगर मेरे किसी काम के नहीं.. हमारे खानदान में बचपन से चश्मे का प्रचलन नहीं रहा!!<br />देवेन्द्र भाई, अब आपकी कविता की बात!! सामयिक विषय पर, प्रासंगिक कविता लिखना आपकी विशेषता है.. और कविता भी खोखले शब्दों और व्यर्थ के बालाघात वाली नहीं विषयवस्तु की गहराई वाली!!आपसे सीखना है यह कला!!<br />बहुत सुन्दर!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-21633546724851654502013-01-29T19:33:49.185+05:302013-01-29T19:33:49.185+05:30इतने तरह के चश्में देखकर तो लगता है एक चश्में की द...इतने तरह के चश्में देखकर तो लगता है एक चश्में की दुकान ही खोल ली जाये, जब जिसकी जरूरत हुई लगा लेंगे.:)<br /><br />पर बहुत बढिया निपटाया आपने.<br /><br />रामरामताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-61310386179358342592013-01-29T16:44:28.128+05:302013-01-29T16:44:28.128+05:30बिना चश्मे का रहना हिम्मत का काम है.बिना चश्मे का रहना हिम्मत का काम है.prem ballabh pandeyhttps://www.blogger.com/profile/16202190259689692899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-54247215087438375692013-01-29T10:17:53.533+05:302013-01-29T10:17:53.533+05:30कौन सा लेना ठीक रहेगा देवेन्द्र भाई ??कौन सा लेना ठीक रहेगा देवेन्द्र भाई ??Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-39666044328917361512013-01-28T22:59:10.966+05:302013-01-28T22:59:10.966+05:30वाह...चश्मे कैसे - कैसे ...लाजवाब अभिव्यक्ति...आभा...वाह...चश्मे कैसे - कैसे ...लाजवाब अभिव्यक्ति...आभार...संध्या शर्माhttps://www.blogger.com/profile/06398860525249236121noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-22787567127808658382013-01-28T20:12:04.516+05:302013-01-28T20:12:04.516+05:30बहुत खूब..बहुत खूब..देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-24527052513161569392013-01-28T20:11:33.911+05:302013-01-28T20:11:33.911+05:30वाह!वाह!देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-71825987068492710002013-01-28T20:10:39.173+05:302013-01-28T20:10:39.173+05:30धन्यवाद कविराज।धन्यवाद कविराज।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-24283016865280968002013-01-28T19:24:10.459+05:302013-01-28T19:24:10.459+05:30वास्ते आपके संशोधित दूसरा पैरा...
इस चश्मे को पहन...वास्ते आपके संशोधित दूसरा पैरा...<br /><br />इस चश्मे को पहन के नेता<br />पहुँचे संसद हाल में<br />इस चश्मे को पहन के 'नंदी'<br />साहित्य के आकाश में....<br />देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-28746129510000814812013-01-28T16:33:03.706+05:302013-01-28T16:33:03.706+05:30दूकान का नाम पता दीजिए तो. इस बार भारत आने पर एक च...दूकान का नाम पता दीजिए तो. इस बार भारत आने पर एक चश्मे की जरूरत हमें भी पड़ेगी :)<br />बढ़िया कटाक्ष.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-73557244260087730732013-01-28T16:18:24.571+05:302013-01-28T16:18:24.571+05:30नेता-मंत्रियों को 'दान'का दाप है 'दान&...नेता-मंत्रियों को 'दान'का दाप है 'दान'का ही ढांप है <br />इंके मुख से जाती धर्म वर्ण की ठेक्केदारी अच्छी नहीं <br />लगती कारण की नेता इनकी जात है सत्ता इनका धर्म <br />और विलासिता इनका वर्ण.....Neetu Singhalhttps://www.blogger.com/profile/14843330374912315760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-6241689497204180302013-01-28T15:11:11.811+05:302013-01-28T15:11:11.811+05:30सच का आईना दिखती बहुत ही बढ़िया पोस्ट...आभार सच का आईना दिखती बहुत ही बढ़िया पोस्ट...आभार Pallavi saxenahttps://www.blogger.com/profile/10807975062526815633noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-2422091095634343192013-01-28T11:03:27.053+05:302013-01-28T11:03:27.053+05:30अंधों के लिए भी कोई हो तो बताइयेगा :)अंधों के लिए भी कोई हो तो बताइयेगा :)पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-40529044911873793572013-01-28T10:53:20.319+05:302013-01-28T10:53:20.319+05:30इन चश्मों की दुकान कहाँ है ? कैसे मिलेगा यह चश्मा ...इन चश्मों की दुकान कहाँ है ? कैसे मिलेगा यह चश्मा ? तीखा कटाक्ष । संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-53392793593492522622013-01-28T10:06:11.743+05:302013-01-28T10:06:11.743+05:30आपने तो होलेसले में चश्में देकर सभी को निपटा दिया ...आपने तो होलेसले में चश्में देकर सभी को निपटा दिया | बहुत ही बढ़िया प्रस्तुति | आभार | <br /><br /><a href="http://www.tamasha-e-zindagi.blogspot.in" rel="nofollow">Tamasha-E-Zindagi</a><br /><a href="http://www.facebook.com/tamashaezindagi" rel="nofollow">Tamashaezindagi FB Page</a><br />Tamasha-E-Zindagihttps://www.blogger.com/profile/01844600687875877913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-72609211475668054462013-01-28T08:56:01.428+05:302013-01-28T08:56:01.428+05:30तारक मेहता का उल्टा चश्मा , :)
बखूबी हर पहलू को आई...तारक मेहता का उल्टा चश्मा , :)<br />बखूबी हर पहलू को आईना दिखाया है |<br /><br />सादरAkash Mishrahttps://www.blogger.com/profile/00550689302666626580noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-21965469488211929252013-01-28T08:23:39.847+05:302013-01-28T08:23:39.847+05:30वास्ते दूसरा पैरा :- ऊंहूं...भला किससे जले भुने ज...वास्ते दूसरा पैरा :- ऊंहूं...भला किससे जले भुने जा रहे हैं आप ?<br /><br />शेष पूरी कविता अच्छी है...यदि कवि की भावनायें वास्तव में हार्दिक/निश्छल/निष्कलुष/निष्पाप/अ-जलनीय/भेद रहित हों तो अपनी पूर्ण और नि:शर्त सहमति :)उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-22537456634413373902013-01-28T06:45:09.746+05:302013-01-28T06:45:09.746+05:30जी हाँ हुज़ूर ,मैं चश्मे बेचता हूँ -ख़ूब चल रही है...जी हाँ हुज़ूर ,मैं चश्मे बेचता हूँ -ख़ूब चल रही है दूकान !प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-51999959048858945492013-01-28T00:37:16.983+05:302013-01-28T00:37:16.983+05:30वाह!
आपकी यह प्रविष्टि को आज दिनांक 28-01-2013 को ...वाह!<br />आपकी यह प्रविष्टि को आज दिनांक 28-01-2013 को <a href="http://charchamanch.blogspot.in" rel="nofollow"><b>चर्चामंच-1138</b></a> पर लिंक की जा रही है। सादर सूचनार्थ<br />चन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’https://www.blogger.com/profile/01920903528978970291noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-87800361097690805502013-01-27T22:52:26.417+05:302013-01-27T22:52:26.417+05:30भांति-भांति का चश्मा...हमें भी चाहिए एक चश्मा.....भांति-भांति का चश्मा...हमें भी चाहिए एक चश्मा..खूब लिखा हैरश्मि शर्माhttps://www.blogger.com/profile/04434992559047189301noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-72689222112029088232013-01-27T22:26:56.740+05:302013-01-27T22:26:56.740+05:30चश्में को माध्यम बनाकर अच्छा कटाक्ष किया है !!चश्में को माध्यम बनाकर अच्छा कटाक्ष किया है !!पूरण खण्डेलवालhttps://www.blogger.com/profile/04860147209904796304noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-74573901884722839492013-01-27T22:13:25.367+05:302013-01-27T22:13:25.367+05:30हमारे पास तो पहले से ही है। :)हमारे पास तो पहले से ही है। :)डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-35755214199634393002013-01-27T21:54:33.415+05:302013-01-27T21:54:33.415+05:30अद्भुत.....ला-जवाब.......दृष्टिदोष निवारक उपकरण ही...अद्भुत.....ला-जवाब.......दृष्टिदोष निवारक उपकरण ही आज दृष्टिकोण बन गया है. आप क्या चश्मा बेचेंगे, सभी ने अपना अपना हैड मैड चश्मा बना रखा है.सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-4796496373676751492013-01-27T21:38:45.797+05:302013-01-27T21:38:45.797+05:30भवानी प्रसाद मिश्र ने इसी अंदाज में गीत बेचा था......भवानी प्रसाद मिश्र ने इसी अंदाज में गीत बेचा था...<br />आपका चश्मा भी बिकेगा! Himanshu Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/04358550521780797645noreply@blogger.com