अभी
डूबेगा सूरज
घर जायेंगे
बंजर माटी पर क्रिकेट खेलते बच्चे
थक जायेगा
मिट्टी ढोते-ढोते
ट्रैक्टर
आँखों से ओझल हो जायेंगे
गेहूँ, अरहर और जौं की खड़ी फ़सल के ऊपर
उड़ रहे कौए
भेड़-बकरियाँ
वही करेंगी, जो कहेगा मालिक
अभी
थरथाई है ट्रेन
गुजरी है
पुल के ऊपर से
अभी
दूर है मंजिल।