tag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post3449690062772475050..comments2024-02-11T13:55:34.165+05:30Comments on बेचैन आत्मा: टी वी मत खोलना....देवेन्द्र पाण्डेयhttp://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comBlogger40125tag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-29044838645245428712012-10-19T09:07:46.192+05:302012-10-19T09:07:46.192+05:30आपकी सलाह सर माथे पर!
(वैसे भी ब्लॉग से फ़ुरसत मिल...आपकी सलाह सर माथे पर!<br />(वैसे भी ब्लॉग से फ़ुरसत मिले तब ना ...! :))मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-67542068966043473702012-10-19T07:43:02.457+05:302012-10-19T07:43:02.457+05:30टेलीविजन खुल गया है। देख रहे हैं कि एस.पी.सिटी एक ...टेलीविजन खुल गया है। देख रहे हैं कि एस.पी.सिटी एक लाख की घूस लेते गिरफ़्तार।अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-58632655716353372712012-10-18T16:16:57.149+05:302012-10-18T16:16:57.149+05:30बहुत ही अच्छा लिखा आपने .बहुत ही भावनामई रचना.बहुत...बहुत ही अच्छा लिखा आपने .बहुत ही भावनामई रचना.बहुत बधाई आपको .आपका ब्लॉग देखा मैने और नमन है आपको और बहुत ही सुन्दर शब्दों से सजाया गया है लिखते रहिये और कुछ अपने विचारो से हमें भी अवगत करवाते रहियेMadan Mohan Saxenahttps://www.blogger.com/profile/02335093546654008236noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-37885240690924625482012-10-18T11:48:18.382+05:302012-10-18T11:48:18.382+05:30कई महिला ब्लागर टी वी बहुत देखती हैं -मैंने एक को ...कई महिला ब्लागर टी वी बहुत देखती हैं -मैंने एक को अभी अभी टोका तो उन्होंने कहा हाँ देखती हूँ ! जैसे यह कहना चाह रही हों क्या बिगाड़ लेगें ? <br />काश आपका उत्सवी सन्देश उन तक पहुँचता तो कितना जन कल्याण होता !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-84072764804515824732012-10-18T10:13:15.911+05:302012-10-18T10:13:15.911+05:30देवेन्द्र जी
आप ने खुद ही कहा की थोड़...देवेन्द्र जी <br /><br /> आप ने खुद ही कहा की थोड़ी खेती बाड़ी आप भी सहेज लीजिये और अपने दरवाजा पर ताला लगाया हुआ है तो कैसे सहेजे :) असल में मुझे मुक्ति जी के फेसबुक की टिप्पणी को आप के ब्लॉग से लेना था जो नहीं ले पा रही थी और उस पोस्ट पर पहुँचने के लिए भी मशक्त करनी पड़ी क्योकि आप के ब्लॉग पर आप की पिछली पोस्टे दिखती ही नहीं है , संभव है तो ब्लॉग आर्काइव भी लगा ले ।anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-3491444865724293252012-10-18T09:12:52.851+05:302012-10-18T09:12:52.851+05:30पता नहीं लोग लाउडस्पीकर लगा कर पूजा क्यों करते हैं...पता नहीं लोग लाउडस्पीकर लगा कर पूजा क्यों करते हैं !प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-75890945886437605382012-10-18T08:46:06.095+05:302012-10-18T08:46:06.095+05:30सोने की जगह पाथर उगल रही है..सोने की जगह पाथर उगल रही है..प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-83467737404063806062012-10-17T23:17:36.670+05:302012-10-17T23:17:36.670+05:30आपकी किसी नयी -पुरानी पोस्ट की हल चल बृहस्पतिवार ...आपकी किसी नयी -पुरानी पोस्ट की हल चल बृहस्पतिवार 18-10 -2012 को यहाँ भी है <br /><br /><a href="http://nayi-purani-halchal.blogspot.com/" rel="nofollow"> .... आज की नयी पुरानी हलचल में ....<br />मलाला तुम इतनी मासूम लगीं मुझे कि तुम्हारे भीतर बुद्ध दिखते हैं ....। .</a><br />संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-66194179618345365392012-10-17T19:06:27.890+05:302012-10-17T19:06:27.890+05:30http://bulletinofblog.blogspot.in/2012/10/blog-pos...http://bulletinofblog.blogspot.in/2012/10/blog-post_17.htmlरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-35308763488500440412012-10-17T18:14:44.022+05:302012-10-17T18:14:44.022+05:30....नमो नमः।....नमो नमः।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-90534442092160199482012-10-17T18:12:24.413+05:302012-10-17T18:12:24.413+05:30ताला तो एक बार जायसवाल जी के विजेट को पढ़कर लगा लि...ताला तो एक बार जायसवाल जी के विजेट को पढ़कर लगा लिया था। उसमें एक भागता हुआ आदमी भी था। भागते हुए आदमी को तो भगा दिया लेकिन इसे हटाने नहीं आ रहा है। आपने ताला तोड़ने की बुद्धि सिखा कर ताला लगाना तो बेकार ही कर दिया।:) वैसे यह फीड सस्क्राइब कैसे होता है?:)<br /><br />अंशुमाला जी, खूब कापी पेस्ट कीजिए, जो मन करे ले जाइये, मेरा कुछ भी नहीं है। सब इसी जगत का अनुभव है। काम का है तो जितना फैले उतना अच्छा। देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-50480138071347174922012-10-17T16:17:41.004+05:302012-10-17T16:17:41.004+05:30निरर्थक है ब्लॉग पर ताला लगाना! :-) निरर्थक है ब्लॉग पर ताला लगाना! :-) Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-91136661422704800992012-10-17T16:16:28.662+05:302012-10-17T16:16:28.662+05:30आप फीड सब्स्क्राइब करें और मजे से कॉपी पेस्ट करें!...आप फीड सब्स्क्राइब करें और मजे से कॉपी पेस्ट करें! <br />सजने लगे पंडाल<br />गलियों में<br />उत्साहित हैं बच्चे<br />गा रहे हैं झूमकर...<br />"ए हो!<br />का हो!<br />माता जी की<br />जय हो।"<br /><br />बढ़ने लगी भीड़<br />मंदिर में<br />लगने लगे मेले<br />सुनाई पड़ रहा है भजन..<br />"या देवी सर्वभूतेषु<br />मातृ रूपेण संस्थिता<br />नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै<br />नमो नमः।".... Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-43143821682325682902012-10-17T16:14:54.831+05:302012-10-17T16:14:54.831+05:30या देवी सर्वभूतेषु, भ्रांति रूपेण संस्थिता... या देवी सर्वभूतेषु, भ्रांति रूपेण संस्थिता... Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-64075558385293446512012-10-17T15:13:00.442+05:302012-10-17T15:13:00.442+05:30 दो बात और कहनी थी अपने ब्लॉग पर ताला लगा दिया है ... दो बात और कहनी थी अपने ब्लॉग पर ताला लगा दिया है किसी कारन कुछ कॉपी करना हो तो बड़ा मुश्किल होता है दुसरे आप की पिछली पोस्टो को देखना हो तो blog archive नही है उसे कैसे देखेंगे , मुक्ति जी वाली पोस्ट का जिक्र किया है अपनी पोस्ट में बिना आप की आज्ञा के ।anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-14645815531144931132012-10-17T15:05:20.216+05:302012-10-17T15:05:20.216+05:30 पहले ध्यान दिया होता इन खबरों को तो आज इनकी बाढ़ स... पहले ध्यान दिया होता इन खबरों को तो आज इनकी बाढ़ सी नहीं आ रही होती इन खबरों की ।<br /><br />हमारे घर के निचे ही देवी का पंडाल बना है बिटिया रानी देखने गई और जोर से कहा देवी बाप्प मोरिया :))anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-52875103671900711132012-10-17T11:31:55.338+05:302012-10-17T11:31:55.338+05:30सही कहा आपने ।सही कहा आपने ।इमरान अंसारी https://www.blogger.com/profile/01005182448449326178noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-91110983366490954552012-10-17T11:09:47.476+05:302012-10-17T11:09:47.476+05:30प्रतीकों के माध्यम से आज के हालात बयान करती रचना ....प्रतीकों के माध्यम से आज के हालात बयान करती रचना .... संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-36701945981667768882012-10-17T10:52:28.959+05:302012-10-17T10:52:28.959+05:30सही कहा है आपने ।सही कहा है आपने ।Markand Davehttps://www.blogger.com/profile/17453483015065286737noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-47893490511123352802012-10-17T09:31:36.491+05:302012-10-17T09:31:36.491+05:30हकीकत कहाँ बदलती है? समाचार देखे बिना कौन रह पाता ...हकीकत कहाँ बदलती है? समाचार देखे बिना कौन रह पाता है? यह तो टीवी, समाचार के माध्यम से, प्रतीकात्मक रूप से हालात को अभिव्यक्त करने का प्रयास है। हाँ, चैनलों में जो खबर की गदर मचती है, एक ही समाचार को बार-बार आधे-आधे घंटे तक सुनते रहना पड़ता है, लम्बी बहस सुननी पड़ती है, उससे तो मन ऊब ही जाता है। पहले 15 मिनट का समाचार आता था। सभी ध्यान लगाकर सुनते थे। देश-विदेश के सभी महत्वपूर्ण समाचार मालूम हो जाते थे। अब तो एक घंटे टीवी देखो फिर भी पता चलता है कि अमुक समाचार तो छूट ही गया।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-30372534820528751972012-10-17T08:56:36.286+05:302012-10-17T08:56:36.286+05:30:) आप सब जानते हैं सरकार।:) आप सब जानते हैं सरकार।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-13393876528465765762012-10-17T08:54:46.575+05:302012-10-17T08:54:46.575+05:30संशोधित कर दिया। अब ठीक है?संशोधित कर दिया। अब ठीक है?देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-63423356378031112642012-10-17T08:28:47.363+05:302012-10-17T08:28:47.363+05:30सच मैं भी यही करता हूँ ...सच मैं भी यही करता हूँ ...Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-56643413796744402292012-10-17T07:53:38.833+05:302012-10-17T07:53:38.833+05:30देवेन्द्र पांडे जी गर खोल लिया टीवी तो सुबहे बनारस...देवेन्द्र पांडे जी गर खोल लिया टीवी तो सुबहे बनारस का मज़ा जाता रहेगा .चर्चे और चरखे सब जीजाजी के हैं .अभी भी हरीश रावत जी मासूमियत से <br /><br />अशोक खेमका को कह रहें हैं -लोकतंत्र में कौन किसको मरवाता है .मरवा सकता है .बेचारे ने यही तो कहा ,चाहे आप मुझे टर्मिनेट करदो या मरवा दो -मैं <br /><br />सच को सच कहूंगा .भारत की प्रशासनिक सेवा में होने का मुझे गर्व है ,मेरी निष्ठा इस देश के साथ है किसी सरकार के साथ नहीं है न मैं ने उसकी नीति <br /><br />के विषय में कुछ कहा है .मेरा काम है नियमानुसार काम करना वह मैं करता रहूँगा .यह वही अधिकारी है जिसके 20-21 साला सेवा में 42 -43 तबादले <br /><br />हो चुके हैं ईमानदार होने की वजह से .<br /><br />ज़ाहिर है उन्हें अपनी जान का ख़तरा है .आप कहतें हैं लोकतंत्र में कौन किसको मारता है हम बतलातें हैं -<br /><br />प्रवीर देव भंज देव ,अलवर के राजा (आपने जोंगा जीप का विरोध किया था ),नागरवाला (आपात काल के दौरान मरवाए गए थे ,माताजी ने 70 लाख <br /><br />रुपया बैंक से अपने हस्ताक्षर करके निकाला था नागरवाला पुष्टि को तैयार थे .),श्यामा प्रसाद मुखर्जी साहब ,सभी मरवाए गए थे इसी लोकतंत्र में .अब <br /><br /> केजरी -वार (केजरीवाल नहीं <br /><br />)सरकार के गले की हड्डी बना है .<br /><br />मैं सुबहे बनारस को रसहीन क्यों बनाऊं ?<br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1858175786086885321.post-21771265372296027742012-10-17T01:00:09.051+05:302012-10-17T01:00:09.051+05:30भ्रष्टाचार, बस? बलात्कार नहीं.भ्रष्टाचार, बस? बलात्कार नहीं.muktihttps://www.blogger.com/profile/17129445463729732724noreply@blogger.com