वाह
दिल के किस्से तो ऐसे ही हैं ... टूटते और पिघलते रहते हैं ...
दिल के भी हज़ारों दुश्मन होते हैं !
वाह ! बहुत प्यारा लाईन है दिल के लिये याद करने के काबिल.
Waaah...!
.शुक्रिया अभी, कुछ तुम्हारे लायक लिखा।
बहुत सुन्दर
वाह
ReplyDeleteदिल के किस्से तो ऐसे ही हैं ... टूटते और पिघलते रहते हैं ...
ReplyDeleteदिल के भी हज़ारों दुश्मन होते हैं !
ReplyDeleteवाह ! बहुत प्यारा लाईन है दिल के लिये याद करने के काबिल.
ReplyDeleteWaaah...!
ReplyDelete.शुक्रिया अभी, कुछ तुम्हारे लायक लिखा।
Deleteबहुत सुन्दर
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