कल 15 अगस्त का दिन अत्यधिक व्यस्तता का रहा। सुबह 5 बजे घर से निकला तो रात 10 बजे वापस लौट पाया। सुबह नमो घाट और कुष्ठ आश्रम से लौटने के बाद दिन में राजकीय लाइब्रेरी ( एल टी कॉलेज, कचहरी) में भाई श्री कंचन सिंह परिहार जी और श्री प्रसन्न वदन चतुर्वेदी जी के कुशल संचालन में शानदार काव्य गोष्ठी सम्पन्न हुई जिसकी अध्यक्षता वरिष्ठ कवि श्री महेन्द्र अलंकार जी ने किया। साथ ही, विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ठ योगदान के लिए 5 प्रतिभाओं को कर्मवीर पुरस्कार से सम्मानित भी किया गया।
शाम को श्री अख़लाक़ 'भारतीय', श्री अलोक सिंह 'बेताब' एवं श्री विकास पाण्डेय 'विदिप्त' के कुशल संचालन में बरेका वाराणसी के सभागार में एक भव्य काव्य गोष्ठी का आयोजन हुआ जिसकी अध्यक्षता कविताम्बरा के सम्पादक एवं वरिष्ठ कवि श्री मधुकर मिश्र जी ने किया।
वरिष्ठ गीतकार/गजलकार डॉ शरद श्रीवास्तव, श्री सुरेन्द्र मिश्र, श्री कुंवर सिंह कुंवर एवं श्री शमीम गाजीपुरी के साथ हमको भी दोनो काव्य गोष्ठीयों में भाग लेने का सौभाग्य मिला।
कल का दिन यादगार बनाने के लिए सभी साथियों का आभार।
No comments:
Post a Comment