शक्ति दो
कर सकें सवारी
हम भी
चूहे पर।
चंचलता के प्रतीक
चूहे पर
सवारी करना क्या सरल है?
सवारी क्या
इसे तो पकड़ना ही
कठिन है।
रोटी का लालच दे
कुछ समय के लिए
फंसा तो सकते हो
चूहेदानी में
लेकिन कब तक?
क्या केवल
एक ही चूहा है
घर में?
एक को पकड़ा और बाकी
सारी उम्र
ऊधम मचाते रहें!
दूसरे को फंसाने के लिए
पहले को
छोड़ना ही पड़ेगा।
हत्या कर सकते हो
यह आसान है
जहर की पुड़िया खरीदी
आटे के घोल में मिलाया
और..
धोखे से खिला दिया!
क्या फिर
नहीं आ जाते,
समाप्त हो जाते हैं
पूरी तरह?
चूहे को
मोदक खिलाकर
खूब मोटाते हुए स्वतंत्र छोड़कर
बुद्धि से
अपने वश में करके
उस पर
आजीवन सवारी करना!
यह तो
गणेश जी ही कर सकते हैं।
हे बुद्धि विनायक!
शक्ति दो
कर सकें सवारी
हम भी
मन पर।
.........
वास्तविक प्रार्थना
ReplyDeleteआभार 🙏
Deleteवाह लोग हाथी खरीदने की सोच रहे हैं और आप चूहे पर अड़े हैं हा हा
ReplyDeleteहिंदी दिवस पर शुभकामनाएं |
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर सार्थक और भावप्रवण रचना हिंदी दिवस पर हार्दिक
ReplyDeleteशुभकामनाएं
बहुत सुन्दर
ReplyDeleteसुंदर प्रस्तुति
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