क्या तुम्हें याद है?
पहली बार
गुलाब पकड़ते वक्त
परस्पर
छू गई थीं
हमारी उँगलियाँ
तब क्या हुआ था?
मुझे तो याद है..
गुलाब और गुलाबी हो गया था!
क्या तुम्हें याद है?
तुम्हारी जुदाई में
कैसे रंग बदलता था गुलाब?
मुझे तो याद है
बिलकुल पीला!
और फिर
मेरे लौट जाने की बात सुनते ही
सफेद!
क्या तुम्हें याद है?
आज किस हाल में है
हमारा गुलाब?
मुझे तो याद है
बिलकुल वैसा
जैसा पहली बार आया था
उँगलियों में
लेकिन
मैं उसे देख नहीं सकता।☺️
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हृदयग्राही सृजन...
ReplyDeleteआभार।
Deleteवाह !
ReplyDeleteबहुत प्यारी रचना । आपके लिखे को पढ़ना हमेशा अच्छा लगा है ।
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