22.1.13

ये नेता हैं या मच्छर हैं...!

फेसबुक में अक्षरों को पढ़ता हूँ। नेताओं पर लिखे स्टेटस को पढ़ता हूँ तो लगता है नेता भी मच्छर की तरह हैं। अक्षर-अक्षर मच्छर नज़र आते हैं। सोचा क्यों न इन पर एक कविता लिखी जाय!

नेता

ये नये किस्म के मच्छर हैं
कुछ उल्टे-पुल्टे अक्षर हैं
ये सीधे हैं तो 'गुंडे' हैं
गर उलट गये तो 'डेंगू' हैं।

ये ठहरे पानी में उगते
फिर अनायास बढ़ जाते हैं
ये जिनको काटा करते हैं
वे मिट्टी में गड़ जाते हैं।

ये पहले चरण पकड़ते हैं
फिर सीने से लग जाते हैं
जब असली नेता बनते हैं
तब खून चूसकर जीते हैं।

ये भेष बदलना जाने हैं
ये देश निगलना जाने हैं
मरते नहीं  आलआउट से
ये ज़हर निगलना जाने हैं।

पहले  भी थे, थोड़े थे
नासूर नहीं बस फोड़े थे
जो गुंडे थे वे गुंडे थे
जो मच्छर थे वे मच्छर थे।

वे जिनके एक इशारे पर
हम शीश कटाया करते थे
अपनी इस पावन धरती पर
ऐसे नेता भी रहते थे।

जनता से पहले खुद बढ़कर
वे अपनी जान लुटाते थे
बस एक नस्ल के होते थे
गर नेता थे तो नेता थे।

तुम ढूँढो ऐसी नस्लों को
ये कहीं खतम ना हो जायें
कल बच्चे गर इतिहास पढ़ें
तब खुद पर वे ना शरमायें।

...............................

19 comments:

  1. ये डेंगू मानव मच्छर -खूब लिखा !

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  2. कहाँ से लाये नेता अब , सब मच्छर ही तो बन गए हैं.
    डेंगू = गुंडे ..गज़ब सोचा है.:).

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  3. क्या बात है !हास-परिहास भी है और व्यंग्य भी ।

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  4. आपकी इस पोस्ट की चर्चा आज के चर्चा मंच पर ही है | अवश्य पधारे |

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  5. ..नेता से अच्छे हैं मच्छर,
    खून चूसते बिना भेद के !

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  6. बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
    इन्हें मच्छर कह कर मच्छरों का अपमान मत करो।
    ये तो खटमल हैं जिनके खून में भी दुर्गन्ध आती है!

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  7. नेता ही अब तो ताने हैं !

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  8. बहुत ख़ूब पांडे जी! ये जिसे काटता है वह कभी पानी भी नहीं माँगता। मगर आज पढ़ा अख़बार में कि पिता-पुत्र को सजा हुया है। पता नहीं, सजा के ख़िलाफ़ अपील करके कहीं बाहर न आ जायें? ये धरती का सबसे ख़तरनाक जंतु है।

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  9. डेंगू = गुंडे............वाह वाह ।

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  10. वाह..बहुत खूब..डेंगू

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  11. गुण्‍डे और डेंगू क्‍या बात है।

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  12. ये क्षरते नहीं, क्षारते हैं..

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  13. ये नेता हैं या मच्छर हैं- बूझो तो जानें। :)

    खूब लिखा गया।

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  14. नेता अइसा ही होने लगा है...

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  15. बहुत सटीक रचना

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  16. ऐसे नेताओं पर काला हिट छिडकने की आवश्यकता है. सशक्त रचना.

    ६४ वें गणतंत्र दिवस पर बधाइयाँ और शुभकामनायें.

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  17. नेता-मछ्छर के काटे क कोई इलाज नहीं खे.

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