पूरब पच्छिम साथ साथ??????बोल बम...अनु
शीर्षक यही लिखना चाहता था..पूरब पश्चिम। :)
बहुत सुन्दर्!
सुंदर चित्र .... अनु की टिप्पणी सटीक
बढ़िया प्रस्तुती |शुभकामनायें ||
इसीलिए तो कहते हैंभारतीय संस्कृति में है दम...बोल बम... सुन्दर चित्र...आभार
चित्र से लगता है कि कांवडियों को भी शिव-दर्शन से अधिक ग्लैमर घेरे है.वो भी शूटिंग का मजा ले रहे हैं !
शूटिंग का ही नहीं। सभी की निगाहों को ध्यान से देखिये।:)
कुछ न कहते हुए भी बहुत कहती पोस्ट।
देवेन्द्र जी बहुत सारे प्रश्न एक सीधे चित्र से ही हमारे सामने रख देते हैं जो सोचने पर मजबूर कर देते हैं..
बम बम बोल रहा है काशी .
हा हा हा ! बढ़िया कैमरे का बढ़िया इस्तेमाल .
बढिया! मजेदार!
कावड़ियों को भी मनोरंजन का हक है :)
जय हो भोले नाथ की ... बम भोले ...
जय बम-भोले की!
आगे बढ़ें श्रीमान, काहे भटक रहे हैं।
भोला भंडारी साधो, भोला भंडारी रे!
पश्चिम शरणागत जैसा क्यों है ? पेटलू कांवरिये का ध्यान किधर है ? बोल बम :)
शरणागत नहीं, ये लोग घूमने आये हैं। कावंरिये उनको फोटू खींचता देखकर अवाक खड़े हो देर तक घूरने लगे तो मैने मौका ताड़ा और सभी का फोटू खींच लिया।:)
वाह ! थकान मिटाने के लिये जरूरी है !
अर्थपूर्ण तस्वीर
हर हर महादेव.
वाह!!सुन्दर फोटो :)
इस विश्वविद्यालय की बहुत सी अद्भुत बातों के हम भी साक्षी रह चुके हैं !
bolo bam:)
nic picture
सही है ...:)
ऊपर बम नीचे बम दायें बम बाएं बम आगे बम पीछे बम डाक बम बम बम बोल रही है काशी!
वाह!
पूरब पच्छिम साथ साथ??????
ReplyDeleteबोल बम...
अनु
शीर्षक यही लिखना चाहता था..पूरब पश्चिम। :)
Deleteबहुत सुन्दर्!
ReplyDeleteसुंदर चित्र .... अनु की टिप्पणी सटीक
ReplyDeleteबढ़िया प्रस्तुती |
ReplyDeleteशुभकामनायें ||
इसीलिए तो कहते हैं
ReplyDeleteभारतीय संस्कृति में है दम...
बोल बम... सुन्दर चित्र...आभार
चित्र से लगता है कि कांवडियों को भी शिव-दर्शन से अधिक ग्लैमर घेरे है.वो भी शूटिंग का मजा ले रहे हैं !
ReplyDeleteशूटिंग का ही नहीं। सभी की निगाहों को ध्यान से देखिये।:)
Deleteकुछ न कहते हुए भी बहुत कहती पोस्ट।
ReplyDeleteदेवेन्द्र जी बहुत सारे प्रश्न एक सीधे चित्र से ही हमारे सामने रख देते हैं जो सोचने पर मजबूर कर देते हैं..
ReplyDeleteबम बम बोल रहा है काशी .
ReplyDeleteहा हा हा ! बढ़िया कैमरे का बढ़िया इस्तेमाल .
ReplyDeleteबढिया! मजेदार!
ReplyDeleteकावड़ियों को भी मनोरंजन का हक है :)
ReplyDeleteजय हो भोले नाथ की ... बम भोले ...
ReplyDeleteजय बम-भोले की!
ReplyDeleteआगे बढ़ें श्रीमान, काहे भटक रहे हैं।
ReplyDeleteभोला भंडारी साधो, भोला भंडारी रे!
ReplyDeleteपश्चिम शरणागत जैसा क्यों है ? पेटलू कांवरिये का ध्यान किधर है ? बोल बम :)
ReplyDeleteशरणागत नहीं, ये लोग घूमने आये हैं। कावंरिये उनको फोटू खींचता देखकर अवाक खड़े हो देर तक घूरने लगे तो मैने मौका ताड़ा और सभी का फोटू खींच लिया।:)
Deleteवाह ! थकान मिटाने के लिये जरूरी है !
ReplyDeleteअर्थपूर्ण तस्वीर
ReplyDeleteहर हर महादेव.
ReplyDeleteवाह!!सुन्दर फोटो :)
ReplyDeleteइस विश्वविद्यालय की बहुत सी अद्भुत बातों के हम भी साक्षी रह चुके हैं !
ReplyDeletebolo bam:)
ReplyDeletenic picture
ReplyDeleteसही है ...
ReplyDelete:)
ऊपर बम
ReplyDeleteनीचे बम
दायें बम
बाएं बम
आगे बम
पीछे बम
डाक बम
बम बम
बोल रही
है काशी!
वाह!
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