12.6.16

उसके दो मुँह हैं!

उसके चार हाथ हैं
दो से
काम करता है
दो से
अपनी पीठ थपथपाता है।
उसके चार पैर हैं
दो से
आगे जाता है
दो से
पीछे आता है।
वह
आज भी
वहीं खडा़ है
जहाँ से
चलना शुरू किया था
मगर
आकाश मे उठ रहे
धूल-धुएं को देख समझता है कि
मीलों चल चुका!
और...
उसके दो मुँह हैं
एक से
सबकी आलोचना करता है
दूसरे से
अपनी तारीफ करता है।
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1 comment:

  1. वह आदमी है और हर आदमी उस जैसा ही है ।

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