आज
ऑफिस से घर लौटते वक्त
दोस्तों ने छनाई है भांग
कहते थे
भांग छान कर जब लिखबा तs लिखबा ऊँची चीज !
पिलाना चाहते थे दारू भी
पर भाग आया हूँ
नहीं ला सकता घर में
अनपेक्षित गंध !
नशे में डूबा
नेट पर पढ़ता हूँ समाचार
संसद में हंगामा
विकिलीक्स की गेंद पर जोरदार अपील
विपक्ष ने कहा
आउट !
प्रधानमंत्री ने कहा
नॉट आउट !
दूर
मन मंदिर से
पास आ रहे हैं भजन के बोल....
तू ही खिलाड़ी
अंपायर तू ही
तू है कृपानिधान
हे राम ! हे राम !
देखना चाहता हूँ
टी0वी0 पर समाचार
बच्चे कहते हैं
बोर मत कीजिए
आ रहा है
होली पर रंगारंग प्रोग्राम
क्रिकेट
और मेरा मस्त सीरियल
समाचार में क्या है ?
राष्ट्रपति ने दी है
देशवासियों को
होली की शुभकामनाएँ !
सोचता हूँ
अपना ब्लॉग ही अच्छा है
यहाँ मिल जाते हैं मुझे
अपने !
क्यों न देखूँ
यहीं कुछ
नये सपने ।
…………………………..
इसे कहते है व्यंग्य की तलवार ऊपर धार जोरदार , बहुत खूब
ReplyDeleteहोली के सुअवसर पर आप और आपके परिवार को होली की हार्दिक बधाई ...
सोचता हूँ
ReplyDeleteअपना ब्लॉग ही अच्छा है
यहाँ मिल जाते हैं मुझे
अपने !.....
बहुत सही कहा आपने...
रंगपर्व होली आपको असीम खुशियां प्रदान करे..... शुभकामनायें !
सोचता हूँ
ReplyDeleteअपना ब्लॉग ही अच्छा है
यहाँ मिल जाते हैं मुझे
अपने !
भांग पीकर दिव्य दृष्टि प्राप्त हो गई भाई ।
होली की बहुत बधाई ।
भांग का जिक्र करके काहे जी जलाते हो भैय्ये हमारा? :))
ReplyDeleteनॉट आऊट!!
रास्त्रपति प्रधानमंत्री,और सभी मंत्रीगण को मेरी तरफ से काला रंग मुबारक हो ..
ReplyDeleteसंजय जी...
ReplyDeleteचार गोली मुनक्का की रक्खे हैं...मगर क्या करूँ आप बहुत दूर हैं न...।
प्रेम भैया..
ReplyDeleteअभी बहुत से लोग होली खेलने बाकी हैं..पहिले ही काला रंग चढ़ा देंगे तो सभी का दिल टूट जायेगा !
सोचता हूँ
ReplyDeleteअपना ब्लॉग ही अच्छा है
यहाँ मिल जाते हैं मुझे
अपने !
क्यों न देखूँ
यहीं कुछ
नये सपने ।
जी हाँ बिलकुल ठीक कहा आपने अपना ब्लॉग ही अच्छा है यहीं हैं सब अपने, तो क्यों न देखूँ
यहीं कुछ
नये सपने ....
होली की हार्दिक शुभकामनाएँ !
होली की बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!
ReplyDeleteहमें भी याद कर लिया होता .... :-(
ReplyDeleteशुभकामनायें मस्ती की !
Holee kee dheron badhayee!
ReplyDeleteसोचता हूँ
ReplyDeleteअपना ब्लॉग ही अच्छा है
यहाँ मिल जाते हैं मुझे
अपने !
बहुत अच्छी बात.....
होली की बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!
हम बिन पिये ही नशे में डूबे हैं, अपने अस्तित्व के।
ReplyDeleteहोली नाम ही नशा चढा देता है.
ReplyDeleteहोली पर्व की घणी रामराम.
होली की हार्दिक शुभकामनाएँ !
ReplyDeleteबहुत सुन्दर ! उम्दा प्रस्तुती! ! बधाई!
ReplyDeleteआपको एवं आपके परिवार को होली की हार्दिक शुभकामनायें!
होली की बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!
ReplyDeleteपाण्डेय जी आपकी आप सच में अच्छी कवितायेँ लिखते हैं. पहली बार सतीश सक्सेना जी के ब्लॉग पर आपकी टिपण्णी रूपी कविता को पढ़ा तब से आपका फैन हूँ. होली के अवसर पर आपको और आपके परिवार को बहुत बहुत बधाई और शुभ कामनाएं.
ReplyDeleteदेव बाबू
ReplyDeleteभंग का रंग चढ़ा के चकाचक फिर आपने टीवी में खबरे देखीं ....धत तेरे की.....सारा नशा उतर गया न .......आखिरी पंक्तियाँ दिल को छू लेने वाली हैं......बढ़िया
रंगों भरे पर्व की शुभकामनायें....
ReplyDeleteहमारी चार गोली रखे रहना, कभी तो पास आयेंगे:))
ReplyDeleteहोली पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ|
ReplyDeleteआपको सपरिवार होली की हार्दिक शुभकामनाएं
ReplyDeleteचाहे दोस्त बाध्य करें या फिर पीने का खुद ही जी करे...छान लेना ही बेहतर है :)
ReplyDeleteरंगपर्व की अशेष शुभकामनायें !
आपका ब्लॉग पढ़ा. कविता कहानी पढ़ कर आनंद आ गया. Narendra Acharya
ReplyDeleteहोली का त्यौहार आपके सुखद जीवन और सुखी परिवार में और भी रंग विरंगी खुशयां बिखेरे यही कामना
ReplyDeleteसच कहा आपने ब्लॉग ही अच्छा है । यहां बिना किसी लाग लपेट के लिखा हुआ मिल जाता है पढने को ।
ReplyDeleteतू ही खिलाड़ी
ReplyDeleteअंपायर तू ही
तू है कृपानिधान
हे राम ! हे राम !
यही तो बिडम्बना है
होली का त्यौहार मंगलमय हो
बनारस की याद आ रही है इस अवसर पर
होली पर्व पर हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं ...
ReplyDeleteसुन्दर रचना ...
ReplyDeleteहोली की हार्दिक मंगल कामनाएँ..
नॉट आउट ।
ReplyDeleteविपक्ष ने कहा
ReplyDeleteआउट !
प्रधानमंत्री ने कहा
नॉट आउट !
This is the irony !
.
बहुत सुन्दर व सत्य कटाक्ष ( राजनीतिक स्थिति पर), व प्रकाश( वास्तविक स्थिति पर). ठीक कहते हैं, दिन पर दिन अपनी यही स्थिति होती जा रही है- जीना यहाँ, मरना यहाँ, ब्लॉग के सिवा जाना कहाँ । इतने सुन्दर ब्लॉग लेखन हेतु अभिनंदन।
ReplyDeleteMazedar......aanand aa gaya...
ReplyDeletebechain aatma ji,
ReplyDeleteidhar udhar out-not out ke janaal me ulajhne se behtar hai khud ke blog par hi hit wicket ho jayen.............