30.12.18

बच्चे और गुब्बारे, बाल दिवस

एक बच्चा
सांता बनकर
गुब्बारे बांटता है।
एक बच्चा
गुब्बारे पा कर
खुश होता है।
हमारे देश में
तीसरा बच्चा भी रहता है
जो न गुब्बारे बांटता है न गुब्बारे पाता है
शाम की रोटी के लिए
दिनभर गुब्बारे बेचता है।

हे सांता!
तुम उस तीसरे बच्चे तक पहुँच सको
यही शुभकामना है।
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