में
तुम्हारी
याद आती
है।
छाछ-मक्खन
दही-मलाई
याद आती
है
साथ खेले
साथियों
की
याद आती
है
बांसुरी
की धुन अभी
फिर सुनी
मैने
गोधूलि
छटा
गोपियों
की
याद आती
है
कृष्ण तेरी
रासलीला
याद करता
हूँ
तो मुझे
अपनी भी कुछ-कुछ
याद आती
है। J
कुरूक्षेत्र
में
उपदेश
तेरे
भूल जाता
हूँ
धर्म
क्या
अधर्म
क्या
भूल जाता
हूँ
जोर से
शंख
फूंका है
वैरी
भयानक
देख
अक्सर
भाग जाता
हूँ
बस अकेले
में ही गीता
याद आती
है।L
होने लगा
बूढ़ा तो
होश अब
आया
बचपन से
मनाता
आ रहा
जन्माष्टमी
तेरी
तू कभी
बुढ्ढा
हुआ ही नहीं
हुआ ही नहीं
नटवर !
तेरी ठगी
अपनी
मुँड़ाई
याद आती
है।
बेहतर रहा यह यादों में खोना ..और कृष्ण का होना ...!
ReplyDeleteबाबा भोले की नगरी से कृष्ण प्रेम का स्वर सुनकर ह्रदय प्रसन्न हो गया देवेन्द्र भाई!! इनकी असली लीला तो आपके हिस्से आई (मथुरा-वृन्दावन) और हमारे हिस्से आया इनका राजसी ठाठ (द्वारका).. मात्र डेढ़-दो साल पहले तक स्वयं को नास्तिक मानता था, लेकिन इनके उपदेशों ने ऐसा जादू किया कि एक नई आस्तिकता मिल गयी मुझे, एक नयी परिभाषा धर्म की.
ReplyDeleteजन्माष्टमी की बहुत बहुत बधाई!!
आपको भी बहुत-बहुत बधाई..जै श्री कृष्ण। राधे..राधे...
Deleteसलिल जी,
Deleteबिहार के लोग भी जबर हैं , यू.पी.वाले देवेन्द्र पाण्डेय अपने हिस्से की असली लीला का क्या करें , जब मथुरा में पैदा को नाम दे दिया कुंज बिहारी , बांके बिहारी , वैसे ही जैसे अयोध्या वाले को अवध बिहारी :)
फिर राजसी ठाठ पे चला बिहारी ने कब्ज़ा कर ही लिया है :)
आप सभी को पर्व की हार्दिक बधाईयां !
अली सा.
Deleteइसमें भी दोष यूपी वालों का ही है.. देखिये देवेन्द्र भाई ने भी कहा है "राधे-राधे" और दूसरी ओर लोग गा रहे हैं "राधे राधे जपो चले आयेंगे बिहारी".. ऐसे में बृजबिहारी, कुञ्ज बिहारी के बाद चला बिहारी ही बचता था!!
आपकी नज़र को सलाम.. और कृष्णाष्टमी की शुभकामनाएँ!!
आपको भी बहुत बहुत शुभकामनायें !
DeleteBahut khoob.....ye ranbhoomee to apne manme chhupee rahtee hai...
ReplyDeleteवाह !
ReplyDeleteक्या याद आती है !
हर समय, हर निर्णय में याद आती है..
ReplyDeleteश्याम रंग में रंगी चुनरिया ,अब रंग दूजो भावे न ,जिन नैनं में श्याम बसें हों ,और दूसरो आवे न ,बचपन के रंग कृष्णा के संग ,व्यंग्य विनोद व्यंजना से भर पूर रचना .जन्म अष्टमी मुबारक -कृपया यहाँ भी देखें -
ReplyDeleteबृहस्पतिवार, 9 अगस्त 2012
औरतों के लिए भी है काइरोप्रेक्टिक चिकित्सा प्रणाली
औरतों के लिए भी है काइरोप्रेक्टिक चिकित्सा प्रणाली
अधिक पुरानी बात नहीं है, 2006 तक तो नियमित उत्साह से मनाई है जन्माष्टमी।
ReplyDeleteझाँकियों का खूब शौक रहा।
याद है मुझे, हम दोनों भाई और कुछ दोस्त २० दिन पहले से ही पास की saw-mill से जा करके लकड़ी का महीन बुरादा ले आते थे। घनघोर बारिश में कोई सूखा दिन देख के झट उसे अलग-अलग रंगों में रंग डालना मेरा प्रिय काम था (और मैं दावे के साथ बाज़ार में मिलने वाले बुरादों से ज्यादा चटक रंगता था)। पिता जी के साथ गत्ते की जेल, झाँवे के पहाड़ और ठठेरी बाज़ार-कोदई चौकी से लायी लाईट-झालरें खूब बनायीं हैं।
खिलौनों, नदी पहाड़ों संग खूब झाँकियाँ लगायीं।
अभी भी नई सड़क-गौदौलिया- हड़हासराय में खिलौने बिकते हैं इन दिनों? मुझे तो जन्माष्टमी पर घर गए भी ६ साल हुए।
बच्चे अभी भी लगाते हैं झाँकियाँ?
यदि हाँ, तो एक तस्वीर बनती है इस पर :)
क्या याद दिला देतें हैं आप भी। :)
अरे हाँ! कविता बढ़िया है।
जब आप कमेंट कर रहे थे तो मैं आनंद की यादें लिख रहा था। वही सब जो आप कमेंट में लिखे हैं। उसी समय प्रेरणा मिली कि उस पोस्ट को यहाँ भी पोस्ट कर दूँ।
Deleteयहाँ जो चित्र लगाया है वह बहुत पहले मोबाइल से खींची तस्वीर है। झाँकी की तस्वीर बनती है। देखता हूँ..
कृष्ण जन्माष्टमी पर हार्दिक शुभकामनायें...
ReplyDeleteबहुत सुन्दर कविता ..
ReplyDeleteजीवन की मोहबद्धता रासरंगता ही कृष्णमय हो जाना है
जन्माष्टमी पर सुन्दर यादों का पिटारा प्रस्तुत किया है .
ReplyDeleteअगली पोस्ट भी पढ़ी --बहुत सुन्दर प्रेरणादायक कथा है .
लेकिन टिप्पणी का ऑप्शन बंद कर हमें ठग सा लिया है . :)
वह पोस्ट मेरे दूसरे ब्लॉग से है। कमेंट के लिए वहीं बुलाना चाहता था। लिंक भी दिया हूँ। कष्ट के लिए खेद, पसंद करने के लिए आभार।
Deleteजन्माष्टमी की शुभकामनायें ||
ReplyDeleteगीता याद आना बड़ा अच्छा लगा.
ReplyDelete...कृष्ण तो वैसे ही रहे,हम ही बदल गए :-)
सही बात है!
ReplyDeleteकृष्ण जन मानस के हीरो हैं ... सब के मन में छाए रहते हैं ...
ReplyDeleteआपको बहुत बहुत बधाई श्री कृष्णजन्म की ....
♥ जयश्री कृष्ण ! ♥
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श्री कृष्ण जन्माष्टमी की बधाइयां और शुभकामनाएं !
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सुंदर रचना के लिए साधुवाद
यादों का सिलसिला यूं ही चलता है .... बहुत सुंदर रचना ... जन्माष्टमी की शुभकामनायें
ReplyDeleteबहुत उत्कृष्ट अभिव्यक्ति..श्री कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक बधाई और शुभकामनायें!
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