22.3.15

दूर है मंजिल..

अभी 
डूबेगा सूरज 
घर जायेंगे 
बंजर माटी पर क्रिकेट खेलते बच्चे 
थक जायेगा 
मिट्टी ढोते-ढोते 
ट्रैक्टर 
आँखों से ओझल हो जायेंगे 
गेहूँ, अरहर और जौं  की खड़ी फ़सल के ऊपर 
उड़ रहे कौए
भेड़-बकरियाँ 
वही करेंगी, जो कहेगा मालिक  
अभी 
थरथाई है ट्रेन 
गुजरी है 
पुल के ऊपर से 
अभी 
दूर है मंजिल।