27.6.15

दिल

मासूम था
धड़का
आँच के हवाले कर दिया !
मोम होता
पिघल गया होता
माटी  का था
तपा,
पका,
खिलौना बना
और
टूट गया। 

7 comments:

  1. दिल के किस्से तो ऐसे ही हैं ... टूटते और पिघलते रहते हैं ...

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  2. दिल के भी हज़ारों दुश्मन होते हैं !

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  3. वाह ! बहुत प्यारा लाईन है दिल के लिये याद करने के काबिल.

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  4. Replies
    1. .शुक्रिया अभी, कुछ तुम्हारे लायक लिखा।

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  5. बहुत सुन्दर

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