25.1.21

वसंत

यूं ही नहीं आता वसंत

लड़नी होती है, लंबी लड़ाई

धूप को

कोहरे के साथ।


लगने लगता है

हार गया कोहरा

तभी नहीं दिखती

धूप

लगने लगता है

गई ठंडी

छाने लगता है

घना कोहरा


यूँ ही नहीं आता 

मगर तय है

कोहरे को हराकर

आता है एक दिन

वसंत।

10 comments:

  1. बहुत सुन्दर।
    72वें गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ।

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  2. जी नमस्ते,
    आपकी लिखी रचना शुक्रवार २९ जनवरी २०२१ के लिए साझा की गयी है
    पांच लिंकों का आनंद पर...
    आप भी सादर आमंत्रित हैं।
    सादर
    धन्यवाद।

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  3. वाह! बहुत ही सुंदर।
    सादर

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  4. कोहरे को हराकर-- एक दिन आता है बसंत | सटीक मनभावन रचना |

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  5. चहुँपेगा बसन्त।

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