बिल्ली ने
दो बच्चे दिए बारिश में
भगा दिया था
दिन में
फिर आकर, रो रहे हैं
रात में
खाली नहीं है शायद
किसी के घर/आँगन का कोई कोना
आ गए हैं
मेरे ही चहारदीवारी के भीतर
रो रहे हैं,
मेरे ही कपारे पर!
बिल्ली को
ऐसा क्यूँ लगता है?
कॉलोनी में
मैं ही सबसे बड़ा दयालू हूँ!
सुनता आया हूँ...
बिल्ली का रोना अशुभ होता है
रोते को चुप कराने की क्षमता न हो तो
आसान है
उसे मारकर भगा देना
लेकिन जैसे ही भगाना चाहता हूँ
पूछती हैं
अँधेरे में चमकती ऑंखें...
चली तो जाऊँ लेकिन इतना बता दो,
किसका रोना शुभ होता है?
..................…................
दो बच्चे दिए बारिश में
भगा दिया था
दिन में
फिर आकर, रो रहे हैं
रात में
खाली नहीं है शायद
किसी के घर/आँगन का कोई कोना
आ गए हैं
मेरे ही चहारदीवारी के भीतर
रो रहे हैं,
मेरे ही कपारे पर!
बिल्ली को
ऐसा क्यूँ लगता है?
कॉलोनी में
मैं ही सबसे बड़ा दयालू हूँ!
सुनता आया हूँ...
बिल्ली का रोना अशुभ होता है
रोते को चुप कराने की क्षमता न हो तो
आसान है
उसे मारकर भगा देना
लेकिन जैसे ही भगाना चाहता हूँ
पूछती हैं
अँधेरे में चमकती ऑंखें...
चली तो जाऊँ लेकिन इतना बता दो,
किसका रोना शुभ होता है?
..................…................
वाह
ReplyDeleteक्या बात कह दी ... ये तो सुनते हैं जानवर का रोना ठीक नहीं होता पर सच ये भी है ऐसी परिस्थिति में जानवर भी बेचारा क्या करे ...
ReplyDeleteअच्छी रचना है ...
सुन्दर रचना....
ReplyDeleteबहुत खूब
ReplyDeleteजी नमस्ते,
ReplyDeleteआपकी लिखी रचना शुक्रवार १० जुलाई २०२० के लिए साझा की गयी है
पांच लिंकों का आनंद पर...
आप भी सादर आमंत्रित हैं...धन्यवाद।
लोगबाग तो "रोना" तो दूर,जाते समय सामने का रास्ता भी बिल्ली के पार (Cross) कर जाने पर, पीछे और आगे के शीशे पर चिपके लाल (Red Cross) चिपके कार को भी ब्रेक लगते देख कर दम घुटता है .. आडम्बर और पाखंड से भरा मानव समाज .. एक तरफ चूहे को गणेश की सवारी बतलाते हैं, दूसरी तरफ Rat Killer खिला कर मार देते हैं ...
ReplyDeleteबढ़िया रचना
ReplyDeleteइस बेहतरीन लिखावट के लिए हृदय से आभार Appsguruji(जाने हिंदी में ढेरो mobile apps और internet से जुडी जानकारी )
ReplyDeleteबहुत ही सुंदर लिखा है आप मेरी रचना भी पढना
ReplyDeletemotive story line
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