बेचैन आत्मा
लेखाकर्म
Good Morning Sarnath
लेखाकर्म
ब्लॉग और ब्लॉगर की टिप्पणी
आनंद की यादें
चित्रों का आनंद
24.4.12
गंगा चित्र-2
कोई पूरब से आता है, कोई आता पश्चिम से.........
धुलते हैं सब पाप उसी के, जो होते मन के चंगे
हर गंगे, हर हर गंगे।
Newer Post
Older Post
Home