1.1.12

आग लगे ब्लॉगिंग तोहार....!



12 तक 11 था
अगले ही पल 12 था
अब 12 कहे
तेरा करूँ
दिन गिन गिन के
इंतजार
आजा प्यारे
13 हमार।

रतिया जगाये कम्पूटर हमें
भिनसहरे उठाये मोबाइल हमें
बाहर जो निकला कि घूमूं जरा
बारिष ने चौचक भिगोया हमें

सूरज दिखा ना नये साल का
समझा ना मतबल इस बवाल का
सोचा चलो अब ब्लॉगिंग करें
स्वागत करें हम नये साल का

14 भी आयेगा
15 भी आयेगा
16 भी आयेगा
एक दिन वो आयेगा
रहोगे ना तुम
और रहेंगे ना हम
दुनियाँ से मिटेगा
कभी भी ना गम
कहेंगे सभी पर चूकेंगे ना

तेरा करूँ
दिन गिन गिन के
इंतजार
आजा प्यारे
फलाने हमार।


................................


नये साल में बूंदा-बांदी
काटो राजा घर में चाँदी
बीबी प्यार करेगी चौचक
छोड़ो गर ब्लागिंग का चक्कर
वह तो कहती कई जनम से
तेरा करूँ....

तेरा करूँ
दिन गिन गिन के
इंतजार
आग लगे ब्लॉगिंग
तोहार।

..............................

नमस्कार !
नये साल में मिले सभी को
प्रिय का
भरपूर प्यार
आप पहिले दिन हमको पढ़े
इसके लिए
ढेर सारा आभार
आयेंगे आपके ब्लॉग पर भी
बाहर बरसात हो रही है
अउर दफ्तर में छुट्टी है
कितना करेंगे
बीबी से प्यार !
नमस्कार।
..................................

37 comments:

  1. Nice post .

    रब की मर्ज़ी यह है कि इंसान कोई जुर्म न करे, कोई पाप न करे, वह धरती में ख़ुद भी शांति के साथ रहे और दूसरों को भी शांति के साथ रहने दे। जिसका जो हक़ बनता है उसे अदा करे और किसी पर कोई ज़ुल्म ज़्यादती न करे बल्कि जहां भी ज़ुल्म ज़्यादती हो वहां हद भर उसे मिटाने की कोशिश करे। वह बोले तो अच्छी बात बोले वर्ना चुप रहे। रब की मर्ज़ी यह है कि इंसान अपने हरेक रूप में ख़ुद को अच्छा बनाए। पति-पत्नी, मां-बाप, औलाद, पड़ोसी, जज, हाकिम और सैनिक, जितने भी रूप हैं उन सबमें वह अच्छा हो। उसकी शरारत से लोग सुरक्षित हों। उसके पड़ोस में कोई भूखा न सोता हो। अपने माल को वह ग़रीब, अनाथ और ज़रूरतमंदों पर भी ख़र्च करता हो और बदले में उनसे कुछ न चाहता हो, शुक्रिया तक भी नहीं। रब यह चाहता है कि बंदा यह सब करे और मेरे कहने से करे और सिर्फ़ मेरे लिए ही करे।

    लोग ऐसा करें तो समाज से ऊंचनीच, छूतछात, वेश्यावृत्ति, नशाख़ोरी, दहेज हत्या, कन्या भ्रूण हत्या आदि जरायम का मुकम्मल सफ़ाया हो जाएगा। भय, भूख, अन्याय और भ्रष्टाचार का ख़ात्मा ख़ुद ब ख़ुद हो जाएगा। उनके लिए अलग से कोई आंदोलन चलाने की ज़रूरत ही नहीं है। जब तक लोग ऐसा नहीं करेंगे तब तक वे कुछ भी कर लें, इनमें से कुछ भी ख़त्म होने वाला नहीं है और शांति आने वाली नहीं है।
    शांति हमारी आत्मा का स्वभाव और हमारा धर्म है।
    शांति ईश्वर-अल्लाह के आज्ञापालन से आती है।

    नया साल आ गया है,
    नए मौक़े लेकर आया है,

    सबको नव वर्ष की शुभकामनाएं।

    ReplyDelete
  2. नव वर्ष
    लाये जीवन में उत्कर्ष,हर्ष : -)

    ReplyDelete
  3. अरे भाई ये तो बवाल है। हम लोगों का तो ठीक है। मुला जो बीबी-विहीन हैं उनके लिये ई पोस्ट लागू नहीं होगी का?

    नया साल मुबारक!

    ReplyDelete
  4. (१)
    इस बारिश का पहला दिन जो बेचैनों के प्रथम प्रेम सा
    इस लम्हें को भुगत रहे हम सन ग्यारह से शादी जैसा

    (२)
    नया साल चाहे घर में रह ,भजिये जुगाड़ कर
    बाहर का चक्कर छोड़ अपनी पत्नी से लाड़ कर

    ReplyDelete
  5. अनुप शुक्ल...

    जिनके पास बीबी नहीं है
    उनको प्यार का नहीं हाहाकार
    उनको तो मिल रहा
    सभी प्रकार का भरपूर प्यार
    वे तो
    नख से शिख तक
    माता-पिता
    औजाई भौजाई से लेकर
    यहां वहां
    गर्ल फ्रेंड ब्वाय फ्रेंड तक
    आकंठ प्यार में डूबे हैं
    प्यासे तो वहीं हैं
    जहाँ गहरा कुआँ खुदा है।

    ReplyDelete
  6. waah !
    naye saal me subah subah maze kara diye aapne.........

    badhiya kavita ...badhaai !

    ReplyDelete
  7. पत्नी की तुलना बाकी से करना है बिल्कुल बेकार,
    बाकी सब अस्थायी हैं, पत्नी की स्थाई है प्यार।

    बीबी है बेसिक पे जैसी,बाकी सब उसके चलते हैं,
    बेसिक पे गर होती है,उससे ही मिलतेबाकी भत्ते हैं।

    बाकी का हाहाकारी है,बीबी का आहिस्ते वाला है,
    बीबी का मुफ़्त आईटम है,बाकी में पिटे दीवाला है।

    ReplyDelete
  8. ब्लोगिंग या बीबिंग ?
    मुश्किल सवाल है ।
    चलिए दोनों में सामंजस्य बनाने की कोशिश की जाए ।
    नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें ।

    ReplyDelete
  9. Well done .

    सभी पाठकों और संरक्षकों को नववर्ष की मंगलकामनायें!

    भाषा और प्रेज़ेन्टेशन सभी कुछ दिलकश !!

    http://shekhchillykabaap.blogspot.com/

    ReplyDelete
  10. नववर्ष के स्वागत का
    यह नूतन अंदाज़

    ReplyDelete
  11. हा हा हा बहुत अच्छा।

    ReplyDelete
  12. गए साल पर, नए साल पर बढ़िया रचनाएँ! ऐसा ही रचनात्मक रहे पूरा 2012! यही कामना....

    ReplyDelete
  13. @ अनूप जी
    मन्नू की अस्थाई है,परमानेंट है बीवी की सरकार !
    अच्छी-खासी ब्लॉगिंग भी उसके आगे बलिहार !

    ReplyDelete
  14. रतिया भिनसारे तो ब्लॉग्गिंग करे,
    बाकी समय में मोबाइल चले,
    आज बरस गयीं बुनिया तो ये
    आया मुआ मोरे अंचरा तले..
    धूप खिली होती तो आज मेरे यार
    भागा रहता मेरा भतार!!
    तेरा करूँ दिन गिन गिन के इंतज़ार
    आजा पिया आयी बहार!!
    /
    लगे रहिये पांडे जी!! मगर लास्ट में इमोसनल करने वाले छंद डालकर खामखाह सेंटीमेंटल कर देते हैं!!

    ReplyDelete
  15. पांडे जी!
    हमारी संवेदना के स्वर से की गयी काव्यात्मक टीप कहीं विलुप हो गयी है २०११ की तरह.. कृपया स्पैम से उद्धार करें और २०१२ में प्रकट करें!!

    ReplyDelete
  16. नया साल का पहला दिन हास्य-दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। इस दिन आपने खूब हास्य बिखेरा है।

    नव-वर्ष की आपको सपरिवार शुभकामनाएं!!!

    ReplyDelete
  17. आदरणीय सलिल जी...

    बारिष के कई साइड इफेक्ट एकसाथ काम कर रहे हैं। कमेंट स्पैम में घुस जा रहा है..नेट गुम हो जा रहा है..बत्ती गुल हो जा रही है..कहीं मजा, कहीं कबाड़ा होय रहा है। आपकी टीप तो बड़ी जोरदार है गुम हो जाती तो हमहूँ बैचैन हो जाते।

    ReplyDelete
  18. प्रस्तुति अच्छी लगी । मेरे नए पोस्ट पर आप आमंत्रित हैं । नव वर्ष की अशेष शुभकामनाएं । धन्यवाद ।

    ReplyDelete
  19. ये नही बोली भाभी जी

    कि एक तारीख हुई,

    कब लाएगा पगार,

    तेरा करू बिल गिन-गिन के इन्तजार :)

    आपको एक बार पुन; नव-वर्ष की हार्दिक बधाइयां !

    ReplyDelete
  20. बहोत अच्छा लगा आपका ब्लॉग पढकर ।

    नया हिंदी ब्लॉग

    हिन्दी दुनिया ब्लॉग

    ReplyDelete
  21. बूंद-बूंद इतिहास पर पुन: आगमन की अपेक्षा है।

    आपका सुझाव कार्यान्वित हुआ।

    ReplyDelete
  22. लीजिये आज एक बेलवरिया लोकगीत के बोल बताता हूँ आपको-
    ब्लागर के न जाब... खाइ जहर मरि जाबै
    नैहर माँ बोकरी चरउबै सब लौंडन से नैना लड़उबै
    मुला ब्लागर के न जाब... खाइ जहर मरि जाबै ... :)

    बहुत बहुत शुभ कामनाएँ

    ReplyDelete
  23. PADMSINGH...
    हा हा हा...इसे सुनना पड़ेगा, गुनकर इसी धुन में कविता लिखनी पड़ेगी। पहल आप करेंगे कि मुझे ही..?

    ReplyDelete
  24. बहुत ही खुबसूरत नयी आशा नयी मुराद के साथ ये नया साल खुशियों भरा हो|

    ReplyDelete
  25. बहुत सुंदर,
    नया साल आपके जीवन को प्रेम एवं विश्वास से महकाता रहे,

    मेरी नई पोस्ट --"नये साल की खुशी मनाएं"--

    ReplyDelete
  26. ati sundar...
    नव वर्ष मंगलमय हो !
    बहुत-बहुत हार्दिक शुभकामनाएं ....

    ReplyDelete
  27. वाह देवेन्द्र जी क्या कहने ... २०११ तो चला गया ... २०१२ भी आ गया ... बारिश भी है और छुट्टी भी है ... अब आगे होने वाला है ...

    ReplyDelete
  28. बहुत सुन्दर.आपको और आपके परिवार को नए साल की हार्दिक शुभकामनाएं!

    ReplyDelete
  29. ब्लागिंग है अपरम्पार ,आजा पिया पल पल हमार ,तोहरा करे हम इंतज़ार ,आग लगे ब्लागिंग तोहार .....

    ReplyDelete
  30. वाह .....बहुत खूब
    नववर्ष की ढेरों शुभकामनाएं

    ReplyDelete
  31. बहुत सुन्दर प्रस्तुति।
    नव वर्ष की शुभकामनायें|

    ReplyDelete
  32. आग लगे ब्लॉग्गिंग तोहार ...आग बुझाने को हम बैठे हैं तैयार !

    जय जय ....नववर्ष की शुभकामनाएं !

    ReplyDelete